जीवों, प्राणियों पर दया रखें मगर पालें सिर्फ गौ माता ही : कृष्णगिरी पीठाधीश्वर वसंत विजयानंदगिरीजी महाराज

Krishnagiri Peethadheeswar Vasant Vijayanandgiriji Maharaj
गौ संवर्धन की प्रेरणादाई सीख के साथ जगद्गुरु बोले, धनाढ्य घरों में दुख–डिप्रेशन का कारण ही शास्त्रोक्त ज्ञान की कमी
कृष्णगिरी। Krishnagiri Peethadheeswar Vasant Vijayanandgiriji Maharaj: परमहंस परिव्राजकाचार्य अनन्त श्री विभूषित कृष्णगिरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु 1008 परम पूज्यपाद श्री वसन्त विजयानन्द गिरी जी महाराज ने कहा कि इस धरा पर विचरण करने वाले समस्त जीवों–प्राणियों पर मनुष्य को सदैव दया भाव रखना चाहिए, लेकिन घरों में पालने के लिए सिर्फ गौ माता ही हो। सनातन धर्म की सुंदर सुदृढ़ता एवं सनातन धर्म की प्रासंगिकता की सुदृढ़ता का विस्तृत बखान करते हुए उन्होंने कहा हमारे शास्त्रों में कहीं भी ऐसा कोई उल्लेख, विधि नहीं है कि पशु पक्षियों को पाला जाए। कलयुग की विडंबना बताते हुए तथा गौ संवर्धन की प्रेरणादाई सीख देते हुए जगद्गुरुजी ने यह भी कहा कि आज धनाढ्य घरों में किसी भी प्रकार से दुख, टेंशन, बीमारी, डिप्रेशन व परस्पर झगड़ों का कारण ही गैर तरीके से पशुओं को पालना है अर्थात शास्त्रों के ज्ञान की कमी का होना है।
सनातन एवं साधु परंपरा में विश्व के सर्वोच्च पद जगद्गुरु पदारोहण के पट्टाभिषेक कार्यक्रम के तहत शनिवार को यहां श्री पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम में पांच दिवसीय आयोजन के चतुर्थ दिन अपने प्रेरक प्रवचन में उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में वास्तविक सुख हो तो शांति की आवश्यकता अवश्य होनी चाहिए, लेकिन जहां शांति नहीं वहां धन भी बेकार ही कहलाएगा। प्रसंगवश अपने बेबाक अंदाज में उन्होंने कहा कि अनायास के प्रयास दुख दरिद्रता लाते हैं। वे बोले कि विधि मति को मार देती है जबकि मति विधि को सुधार देती है। श्री पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम में सच्चे सकारात्मक भाव से आए श्रद्धालु व्यक्ति को ज्ञान, भक्ति, शक्ति, वैभव, वैराग्य एवं मुक्ति का सदा सर्वदा सुखद मार्ग प्रशस्त हुआ मिलता है। इस दौरान उन्होंने बड़ी संख्या में भक्त जनों को गुरु दीक्षा मंत्र देते हुए कहा कि जीवन की सुरक्षा गुरु की भक्ति एवं शक्ति के बगैर कतई संभव नहीं है। तीर्थ धाम के डॉ संकेश छाजेड़ ने बताया कि सुबह के सत्र में पाताल लोक की नागरानी, राज राजेश्वरी जगत जननी देवी मां पद्मावतीजी की दुर्लभ प्रतिमा का केसर युक्त दुग्ध से आगंतुक सभी श्रद्धालु भक्तों द्वारा अभिषेक किया गया। साथ ही भक्तों के नियमित मंत्र जाप के बाद शाम के सत्र में पूज्य गुरुदेवश्रीजी के पावन सानिध्य में हवन यज्ञ में आहुतियां दी गई। महाआरती के साथ संपन्न हुए कार्यक्रम में देश और दुनिया के विभिन्न शहर, प्रांतों से आए श्रद्धालु भक्त प्रतिदिन बड़ी संख्या में आयोजन में शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब चैनल थॉट योगा पर लाइव प्रसारित किया जा रहा है।
जगद्गुरु पदारोहण पट्टाभिषेक महामहोत्सव आज..
विगत दिनों प्रयागराज में पंचदशनाम जूना अखाड़ा द्वारा संत परंपरा में विश्व के सर्वोच्च पद जगद्गुरु पद पर सुशोभित हुए श्री कृष्णगिरी पीठाधीश्वर श्रीमत परमहंस परिव्राजकाचार्य अनन्तश्री विभूषित जगद्गुरु 1008 परम पूज्यपाद श्री वसन्त विजयानन्द गिरी जी महाराज के पट्टाभिषेक महामहोत्सव एवं पूज्यपादश्रीजी का 56वां अवतरण दिवस रविवार, 9 मार्च को दोपहर 3 बजे से मनाया जाएगा।
देश और दुनिया भर से अनेक विशिष्ट संतवृंद, गणमान्य लोग तथा श्रद्धालु भक्त नियमित रुप से शनिवार रात्रि तक कृष्णगिरी तीर्थधाम पहुंच रहे थे। इसी क्रम में शक्तिपीठ तीर्थ धाम में पूज्य गुरुदेवश्रीजी की निश्रा में काशी के विद्वान पंडितों के माध्यम से चल रहे 16 दिवसीय हवन महायज्ञ की भी पूर्णाहुति व विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न होंगे।